मिश्का का दलिया | MISHKA KA DALIA

MISHKA KA DALIA by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaनिकोलाई नोसोव - NIKOLAI NOSOV

लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :

निकोलाई नोसोव - NIKOLAI NOSOV

No Information available about निकोलाई नोसोव - NIKOLAI NOSOV

Add Infomation AboutNIKOLAI NOSOV

पुस्तक समूह - Pustak Samuh

No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh

Add Infomation AboutPustak Samuh

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
उन्होंने यह भी बताया कि इसे पकाएं कैसे, लेकिन मैंने उनकी बात नहीं सुनी--''मिश्का जब जानता है, तो मैं क्‍यों परेशानी में पड़, '' मैंने सोचा। पु इसके बाद मां चली गईं और मिश्का ने और मैंने तय किया कि जाकर नदी में मछलियां पकड़नी चाहिए। हमने अपनी बंसियां निकालीं और चारे के लिए कुछ केंचुए खोदकर निकाल लिये। “लेकिन यह तो बताओ, '' मैंने कहा, “हम मछली पकड़ने चले गये तो दलिया कौन पकाएगा? '! वक्ष पा एरद्धा। 40४०५ 16 ॥॥5॥/5 वात 71 60९८ां४2010 4० 00५४1 10 112 11४५९ 10 115॥. '//७ 6० 0५1 00 13॥#169-10८|(४ ७0४ (७५ ५० 30002 ४०४15. जप 4 ॥हपा, 1 उठा, ॥/॥० ५ 4०09 10 ८00/ 970/ 1062 ४८ 4०0 10५07110 112 ।४४४/१2 ॥१॥/॥० ४व्ंड 10 00187 1 20010042 5609 ॥॥४॥॥९6. 15 100 ॥0८॥ 170001९, /८ ८० ८वां 07 2006 ०006 |०॥॥ #21260. 1॥९/'८ 7111५ ० 9/ 269., '(/८॥ ८001 112 70 709० [व 01 शा ४८ 4८ 1७॥1५7 %. “पकाने के चक्कर में पड़ना चाहता कौन है?'' मिश्का ने कहा। यह फालतू की माथापच्ची है। हम रोटी और जैम खा सकते हैं। रोटी काफ़ी है। भूख लगी, तो हम बाद में दलिया पका लेंगे।'' हमने रोटी काटी और उस पर जैम लगाकर कई सैंडविच बना लिए और उन्हें लेकर नदी की ओर चल दिए। पहले हम ख़ूब तैरे। फिर हम रेत पर लेट गए और अपने सैंडविच खाते रहे। इसके बाद हम मछली पकड़ने बैठ गए। हम घंटों बैठे रहे, पर मछलियों ने चारे को मुंह मारा ही नहीं । बस दस-बारह नन्‍हीं-ननन्‍्हीं मछलियां ही मुश्किल से हमारे हाथ आई होंगी। हमने लगभग सारा ही दिन नदी पर ही बिता दिया। तीसरे पहर हमें जोरों से भूख लगने लगी और पेट में कुछ डालने के लिए हम घर को भागे। “तो ठीक है, मिश्का, '' मैंने कहा। '“ रसोइये तो तुम हो ही--बताओ, क्या पकेगा?'! “चलो, '' मिश्का ने कहा, '“दलिया ही पका लेते हैं। यही सबसे आसान है।'! “ठीक है, '' मैंने कहा। हमने चूल्हा सुलगाया | मिश्का दलिया और पतीली ले आया। “' देखो, पका ही रहे हो, तो कम न पकाना। भूख के मारे मेरी जान निकली जा रही है।'' (८ ॥ठठ९ 4 01 0 [का 5क10५८॥९३ दा6 ४७८॥#ां 01 10 11९ 1४४९, /2 ४९ 5४ा॥0ा॥19 010 [6५ 00 112 5010५ 0८९८॥ वा2/- ४त/ 55 //176 007 '52|४८३ 600 ८ां॥4 00 56109५1८॥23. 1#6॥ ४८ 11319, '॥/८ 54 107 6 06 11॥2 001 1॥2 115॥ ५४०७|७॥' ०८. #॥ ७४९ 9० ४०5 6 60261 0 50 9५092015, 1220/-५४2८॥५ 0125. (६७ $$&हां ॥03ॉ 0 112 00५ 00५॥ 6ा 116 ॥४४४/, [८ ॥ 112 वॉछट/0001 ४९ 4० 121४01५ #॥0197 ) ०४० ॥/ ४४९ 10012 10 (ां 50#0211176 10 €वां.




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now