प्राचीन भारतीय अभिलेखों का अध्ययन | Prachin Bhartiya Abhilekho Ka Adhyayn

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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१७) ताम्रपत्र लेस ९३1 उत्तरगुप्त फो प्रशास्तिया ९५-११९ नरवर्मन को मसन्दसोर प्रथस्ति ९५, बिश्ववर्मन का गंगघार लेख ९६, यमोपर्मन का मन्दसोर दिठालेस १००, यशोवर्मन का नालन्दा लेख १०४, यथोवर्मन की मन्दसोर प्रथस्ति १०६, हुण राजा तोरमाण को एरण डेख १०७, तीरमाण का फुरा प्रथस्ति १०७, ठृण नरेश मिह्ंयुल का ग्वालियर शिला-लेय १०८, मौसरि राजा ईयानवमंत का हर्टा शिा-ठेय ११०, बर्वन सम्नाटू हुप॑ का बाससेडा साम्रपय-डेय ११२, याणाद्भा कालीन ताम्रपय ११४, पुलकेशी द्वितीय का अयहोउ छेप ११५1 दक्षिण-पश्चिम भारत की प्रशस्तिया १२०-१४० प्रमावती गुप्ता का प्रुना ताम्रपत्र १२०, अवरसेन द्वितीय कालीन रियपुर लेख १२१, प्रवरसेन द्वितीय का चमक प्रदास्ति १२२, हरिपेण का अजन्ता गुद्दा लेख १२५, पहलव नरेया थिवस्कन्य व्मेन का ता्रपन १२९, दिवस्कन्ववमंत का हीरहृडगल्लि ताम्रपत्र लेख १३०, कदम्च राजा मयूर बार्मन का चन्द्रवल्ली लेख १३२, पदिचिमी शान्तिवमन का तालगूड स्तम्मलेख १३२, गग लेख १३५, वलभी नरेश द्वोणसिह् की मोद्दोत प्रधास्ति १३६, घरसेन का बलगी त्ताप्रपय १३७, वाकाटक नरेश (विदर्भ द्ासक) द्वितीय विन्थ्यशक्ति का वसिम ताम्रपत्र १३९ । पुर्व-मध्यकालीन अभिलेख गुजर प्रतिह्वार राजा वाउक की जोवपुर प्रशस्ति १४१, गुर्जर प्रतिद्वार भोज की ग्वालियर प्रशस्ति १४३, राष्ट्कूट शासक प्लुव घारावपं का भोरप्सग्रहालय लेख १४६, प्रथम अमोघवर्ष का सजान ताम्रपत्र-लेख १५१, पाल नरेश घर्मपाल- देव का खालीमपुर-लेख १५७, देवपाल का नालदा तास्रपत्र लेख १६०, नारायणपालदेव का भागलपुर दानपत्र १६५, सेनव्ी नरेश विजयसेन की देवपारा प्रदास्ति १७०, गहडवाल शासक गोविन्दचन्द्र का कमौली लेख १७४, कन्नौज राजा विजयचन्द्र' का कमौली लेख १७६, परमार राजा भोजदेव का वसवर' हे र४१-२९१




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