शारीरक शस्त्र चिकित्सित | Sharirak Shastra Chikitsa

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Sharirak Shastra Chikitsa by क्षेमराज श्रीकृष्णदास - kshemraj Shrikrashnadas

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अनुक्रमणिका । विपय-. पृष्ठ, पादादिगत शञिरावेधनेकाप्रकार .... २े८२ हस्तगतशिरावेध प्रकार के ओणीपीठओरकंघेइनमें शिराविध.. २८३ कानसीटारशिरावेध्करेयहक हतेह १9 अनुक्तयन्त्रप्रकारकहतेंह.. .... ,,। वेध्यश्री रकेतारतम्यकरके श्च- योजना . २८४ श्िरावेध. . - कं सुविद्ध शिराकेलक्षण दृषितशिराकेवेवहनेसप्रथपरदुश्टरु- धिरानिकलताहे यहदृष्टांतदेकर कहंतेह 5६. उत्तम विरुद्धहोनिपर भी रुधि रन नि कलनेकाकारण .... . २८५ क्षीणमनुष्य क्र धिरिकाडनेपर अ- त्पन्तव्रडाहटहानसेक्रम छऊ्तह रक्तप्तावकाइहुबानिषेव ... ! रक्तकाइनेकी परमावधि हर इसमेंप्रमाण . रट६ कानहरागपेकानतीशिरावेबनी. !!? अपचीरोगम्रशिरावेध )) गृध्रत्तीरोगप्रशिराविध हस्तपादादिकामें विशेष कहते ' प्लाहमाशराबेथ ) अवाहिकामेशिरावेव मूजदृ द्विम शिरावध .... विद्रधितयापार्श्शूलमें शिरावेध १) २८७ 1 91 हे | स्थानमेद्करके उ पायविशे प कहते | (२५) हु 2« विपय. वाहशोपतथा अपवाहुक इनमें शिरावेध ततीयकज्वरमंशिरावेघ चातुर्थेकज्वरमे शिरावेव अपस्मा रमें शि रावेध ४४... जब उन्मादरोगमेंशिराबेघ जिद्दागंगर्मेतथादन्तव्याधिमें शिरावेध ताहरोगमेशिराबिध कर्णझूलऔरकर्णरोगर्मेशिरावेव गन्वाय्रहणा दिनासा रोग में शिरावेध तिमिरपाकादिनेत्ररो गम शिरावेव दुध्शिरावेबक्रेलक्षण दुर्विद्धशिराओंकापृथकू २ वर्णन शिरावेधनेमें अत्यन्तसावधानी चाहिये हे अयाग्यशक्तद्वारावेधनेकेअवगुण इतरउपचाराकी अपेक्षा शि रावेध - कोआधिक्यता .... बा: शिरवेधचिकित्साकाअर्धीगद॑ २९२ अबलिग्घादिपुरुषोंकोक्रीधादिक सामान्यकरकेत्पागनेयो ग्यद यहकहते हें रक्तर्तावकरनंकेसापथ ११ 1१ है । २९३ # इतिद्वादशतरंग: १२.




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