अर्धविराम | Ardhaviram
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
618 KB
कुल पष्ठ :
88
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सिगरेट के अधजले टुबड़ों से
किसी ज्वालामुखी उभाड़ने का तुम्हारा विचार
मुझसे नही सहा जाएगा
और मेरे अस्तित्व से त्तव
विद्रोह किए बिना रहा जाएगा
यह देखकर कि
स्वतंत्रता का नारा वुलन्द करने वाली चिड़ियाँ
चुग रही है जूठे चावल के दाने
अहूं की दुह्ाई देने वाले विषधर
चाट रहे हैं थूका हुआ पीक,
अस्तित्व-वोध का विज्ञापन करने वाले गुरिल्ले
निगल रहे है क॑ किए गए शब्द ;
भरे दोस्त !
उनसे फिर आग पाने की बात ?
और उस आग से ठिठुरते शरीर को
गरमाने की बात ?
-“कितना बड़ा मजाक !
मैं कहता हैं,
तुम मुझे दो अपनी वह कुंठा,
जो बन सके युद्ध की प्रेरणा
जीवन-यज्ञ में होमी जाने वाली समिधा
हम उसे चिनगारी बनकर जिएँ
और जो आएं यथार्थ--
उसका एक-एक पृण्य क्षण
आपस में बॉट-बॉटकर पिएं,
सेकिन क्या तुम्हारे में साहस है
“ अपनी क्रुण्ठाओं के प्रत्ति
ईमानदार बने रहने का ?
अधें विराम ,.. १६
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