शाहजहाँ | Shaahjahan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
216
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)शाहजहाँ ।
पहला अंक ।
जबकि:
पहला च्भ्य ।
स्थान--आगरेके किलेया झाद्ा महल | समय-
[ शाहजद्दों पठगपर आधे लेट हुए, हयेलीपर गाल रफ़्पे, घिर
झुफ्ाये सोच रहे है और “ सटक ” मुँदहस >गाये बीच
चौचमें घुओँ छोडते जाते है । सामने शाहजादा
दारा खडे दें । ]
गराह०--दारा, हकीऊतर्म यह बहुत ही बुगी सत्र है ।
टाग०--झुजाने बगा्म बगायतका झटा जरूर खटा फ़िया है
मगर अभीतक उसने अपने आपकी यादआाह नहीं मशहूर किया है।
हैक मुराद गुजरातम बादआट बन प्रेठा है और दक््सिनसे औरग-
जय मी उधर मिल गया है ।
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