हिन्दुस्तानी कोश | Hindusthani Kosh

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Hindusthani Kosh by हरिशंकर शर्मा - Harishanker Sharma

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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श्मरार ] सवरार--(श्र) भले... श्रादमी सज्जन । अवराह--(फ) मोरी । अयरी--(फ) एक प्रकार का रंगीन घ्ौर चिकना फागज़ जी फ़ितातों की जिल्दों पर लगाया जाता हे। सघरशम--(फ) रेशम का कोया कथा रेशम । सवलक़--(श्र) चिंतकत्रय चित कबरा घोड़ा । सपवाभ्-- (श्र) चाच फा बहुबचन श्रष्याय परिच्छेद मुसलमानों के शासन में जनता पर लगाये जाने वाले कर । दरवाज़े सिधस--(श्र? निर््पक निफल ब्यर्थ । ध्ययद्ार-- (श्र) चहर का अहुवचन समुद्र नदियाँ 1 आवाज) एक प्रकार का बड़ा चोग़ा | अवाबील--(श्र) एक चिड़िया का नाम | ्बिक्र-पुश्र) सुगस्घित द्रव्य । प्रियात--(क) बेत का बहु चचने | अपाद-- श्र) शब्द ( दास मक्त ) का घ्हुवचन । दिंदुस्तानी कोप न टटकलायाय या अधीर-- झ) इस नाम से प्रतिद मुड्सुझ का थूण जिसे लोग होली में एक दूसरे पर डालते दें । एक सुगित रंगीन स्यूगूं जो श्ररभ में कपड़ों पर छिड़कने के काम म॑ लाया जाता है चवुलफ़च्नल -(श्र) सप्ादू झाकबर फे मन्त्री का आम 1 मयू-- (श्र) पिता मदाशय । अवूर-- श्र) नदी या पुल को पार मरना | छवोभद--श्र) चाप-दादा | अव्नद--(श्र) देती श्रमजद । झच्द-नश्र) दात गुलाम मक्त सेवक | अब्दाल-(श्र) वदील का बहु चचन मुसलमानों में एक प्रकार फे मददात्मा भार्मिक व्यक्ति सुद्दम्मद सादर के उत्तराधिकारी ॥ छब्या-नफ) पिता बाप । अब्यास--(श्र) सिंद शेर मुहम्मद साहय के चचा का नाम । घब्धासी--(श्र) एक प्रकार का लाल रंग | त्र--(क) बादल मेत्र । तर काफूर--(फ) सफ़ेद बाल । छत्रू-(क) भदिं झाँख के ऊरर के बाल । (१३ )




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