योगसार - प्राभृत | Yogasar - Prabhrit
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
18 MB
कुल पष्ठ :
294
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
जैनोलॉजी में शोध करने के लिए आदर्श रूप से समर्पित एक महान व्यक्ति पं. जुगलकिशोर जैन मुख्तार “युगवीर” का जन्म सरसावा, जिला सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में हुआ था। पंडित जुगल किशोर जैन मुख्तार जी के पिता का नाम श्री नाथूमल जैन “चौधरी” और माता का नाम श्रीमती भुई देवी जैन था। पं जुगल किशोर जैन मुख्तार जी की दादी का नाम रामीबाई जी जैन व दादा का नाम सुंदरलाल जी जैन था ।
इनकी दो पुत्रिया थी । जिनका नाम सन्मति जैन और विद्यावती जैन था।
पंडित जुगलकिशोर जैन “मुख्तार” जी जैन(अग्रवाल) परिवार में पैदा हुए थे। इनका जन्म मंगसीर शुक्ला 11, संवत 1934 (16 दिसम्बर 1877) में हुआ था।
इनको प्रारंभिक शिक्षा उर्दू और फारस
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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भारतीय ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी जेन ग्रन्थमाला
इस गअ्न्थमाछाके अन्तर्गत प्राकृत, सस्क्ृत, अपभ्रदय, हिन्दी, कन्नड, तमिल आदि प्राचीन साषाओर्मे
उपलब्ध आगमिक, दाशंनिक, पौराणिक, साहित्यिक, ऐतिहासिक आदि विविध-विषयक
जैन-साहित्यका अनुसन्धानपूर्ण सम्पादन तथा उसका सूछ और यथासम्मव
अनुवाद आदिके साथ प्रफाशन हो रहा हैं । जैन भण्डारोंकी
सूचियाँ, शिकालेख-सग्नह, विशिष्ट विद्वानोके अध्ययन-
ग्रन्थ और छोकहवितकारी जैन-साहित्य ग्रन्थ भी
इसी अन्थमाछामें प्रकाशित हो रहे हैं ।
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प्रन्थभाला सम्पादक
डॉ० हीरालाल जैन, एम० ए०, डो० लिटृ०
डॉ० आए ने० उपाध्ये, एम० ए०, डी० लिट्०
प्रकाशक
भारतीय ज्ञानपीठ
प्रधान कार्याऊट्य : ५९ अलीपुर पार्क प्लेस, कलकत्ता-२७
प्रकाशन कार्यालय : दुर्गाकुण्ड मार्ग, वाराणसी-७
विक्रय कार्याछय : ३६२०1२१ नेताजी सुभाष मार्ग, दिल्ली-६
मुद्रक सन्मति मुद्रणालय, दुर्गाकुण्ड मार्ग, वाराणसो-५
/ ०२७९
स्थापना . फाल्पुन कृष्ण ९, दौर नि० २४७० ७ विक्रम सं० २००० ७ १८ फरवरी सन् १९४४
सर्वाधिकार छुरक्षित
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