षड्दर्शन समुच्चय | Shaddarshan Samucchaya
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
34 MB
कुल पष्ठ :
570
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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स्व, प्सुछय्यऋत्कोव्का क्दाल्ता चचर्स्च्हवेव्यीज्की प्वल्विक्न घ्वस्धस्तिक्तें
स्व, साह शान्तिप्रसाद जैन द्वारा संस्थापित
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उनकी धर्मपत्नी स्वर्गीय श्रीमती रमा जैन हारा संपोषित
मारतीय ज्ञानपीठ मूरलिदेवी जैन ग्रन्थमाला
इस अन्थमालाके अन्तर्गत प्राकृत, संस्कृत, अपभ्रंश, हिन्दी, कछडु, रमिऊ कादि झ्ाचीन सावामोमे
उपलब्ध आगमिक, दाशंनिक, पौराणिक, साहिस्यिक, पऐ्ेतिदासिक जादि विविध-विषयक
जैन-साहिस्यका अज्लुसनन््धानपूर्ण सम्पादन तथा उसका मझूछ झौर यथासम्मच
अनुवाद आदिके साथ क्प्रकाशन हो रहा है । जेन-मण्डारोंकोी
खूचियाँ, शिरालेख-संझह, कला एुवँ स्थापस्य, विशिष्ट
विद्वानोंके अध्ययन-अन्थ झौर छोकट्वचिसकारी जैन
05 का ड्सी अन्थमालार्मे
_ शक हो रहे हैं 1
|_फरल्गर्सीला सम्पादक * प्रथम संस्करण
डॉ. हीरालाल जैन, एम. ए., डी. लिट.-
डॉ. आग. ने. उपाष्यें, एम. ए., डी. लिट्.
प्रकाशक
भारतीय ज्ञानपीठ
प्रधान कार्यालय + १८, इन्सटीड्यूशनरू एरिया, ऊछोदी रोड, नयी दिल्ली--३१०००४
मुद्धक . शकुन घिस्सें, 3625 दरियागंज, नई दिल््ली-1 10 002
अवुनन्धान, सम्पादन एव प्रकाशन . टाइम्स रिसचे फाउण्डेशन, बम्बई के सहयोग से
न्न्न्ण्प्््शख््ण््ख््््न्नककल-ि-- सा
घ्यापना + फाल्युन रूष्ण ५, खोर नि २४७०, विक्रम सं, २०००, ३८ फरवरी ५५७४
सवोधिकार सुरक्षित
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