प्राकृत प्रबोध | Prakrta prabodh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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श्छु प्राकृत-प्रवोध स्लीलिड़् इमी, इमा ( इृदस )--यह एक्वंइेन बहुबचन प०. इसी, इमा इमाओ, इमीओ वी० इमि, इम॑ इसीओ, इमाओ त० इमीअ, इमाए इमीहि, इमाहि च० इमीअ, इमाअ इमीण, इमाणु-णं पं०. इमीअ, इमाओ, इमत्तो इमाहिंतो, इमासुंतो छ०. इमीए, इमीअ इमीण, इमाखं स० इमीए, इमाए इमीपु, इमासु ख्नीलिड्र अमु ( अद्स )--वह, अम्रुक एकव्चन बहुवचन प० अमू अमूओ वी० अमर अमूओ त० अमूए मृहि-हि्‌ च० अमूए अमृण पं० अभूण, अमुत्तो अमूहिंतो, अमूसुंतो छ० अमूए, अमूअ अमृण णं स० अमूए, अमूअ अमूसु नपुंसकलिज्ग त ( तदू )--वह एकवबचन बहुदचन प० ते ताईं, ताणि बवी० ते ताईं, वाणि शेष शब्द्रूप पुछिड्ग के समान होते हैं । नपुंसऊलिड्न ज ( यदू )-जो एकवचन बहुवचन प० जं जाईं, जाणि बी० जे जाई, जाणि शेष शब्दरूप पु छिन्ल के समान होते हैं ।




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