अमरलता | Amaralata
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
485 KB
कुल पष्ठ :
104
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अमरलता ] रु
सूर्य था बह भादीछल का,
विरव विश्वुत' ल्ृप पृूगल का,
उचित सादूल लाम पाकर,
सिंह सम आज़ अतुल रखकर,
शूर थोद्धाओ को पशकर
जय-भ्री वरता था घर घर | ३६
सन्ल शल्लास वर्मे *-सब्ित
बीर भावों भें विनिर्माज्ञतों,
निकलवा अश्वारुढ' जहां,
धरा धँंसती थी बही-यही ।
ग्ेशु' उसके अताप-रवि से,
चमऊती थी अतुलित छवि से । ४२
$ बुनियाँ में मशहर । २ झवचा1. 8 मान1। ४ घोड़े पर
ख़बार। » रज्ाा।
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