बालबोध व्याकरण भाग - 1 | Bal Bodh Vyakarna Bhag - 1
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
130
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)प्रम साग!
उयञ्चनभस्वरं परर्णं नयेत् ॥ २९ ॥
अभ्र-खरयहित च्यलनोकी अगले अत जोड देना
, चाहिये । जैसे
स+त+,९- =
मूने नह नस +य नै ष्{न=प्रस्स्य )
कतिः
त्+द्=
गा + अः = श्रीकृष्णः)
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श्रप-म्लिषद्ये भक्रंफी (अनतिक्रमयन.)
८ दिटेपयेत् › उदा च दर । इसको विशतेष्य कस्ते ई
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ऊान्तिः= ॐ ~
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किसी पे में विक्रमा चने प्ते सन्वि कई
सन्धि सीस परकारकी दरी ह खडर्न्य, वयन्जनसथि
सौर विसमसंधि 1
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