मज्मुआ ज़ाब्ता दीवानी | Majmuaa Jabta Deewani

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Majmuaa Jabta Deewani by मथुराप्रसाद - Mathuraprasad

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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दफा ' ४ सफा १८; दस्तावज जो घरजी दावा के पेश होने के वक्त पेश न किया जाय वह न लिया जा सकेगा, ६४ 8१२, 1 ; की 1 आरडइरट्, ॥ ध । ज है “आई चर ्द््2&0 अर :., /' -बयान तहरीर्श, ओर मूजराई दावा 1 १. बयान तहरीरी: 9२४६ | २.' नये वाफैशआत के निसर्बत खास तौर पर बयान दाना चाहिये, ,»«« ४२१ , “| ३, इन्कार खास दौर पर करना चाहिये, « ल्ल् ४२५ ' | ४9. मुजब जब इन्कारी, ढ्न्ण ४२६० ' भू, खास तौर पर इन्कार करना. न ४२७, ६, ' मुजरा' तलब छी तफसील बयान तहरीरी ' में दर्ज होना 11 ' चाहिये, शदे८, ७, जवाब देही या मुजराई जो अछ्षहेदा उंजर पर हों, ... श३३ ५ | 5 जवान देहीं। की नई घजह, ' न 9४३५५ ९« प्शींडिंग बाद की हब्ब्नन 9२३४५ | १० आर कोई फरीक जिस से घयान तदरीरी तख्ब इसा ६ दाखिव हक न करे तो कार्रवाई. * ३५




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