यौवन की भूल | Yoovan Ki Bhul
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
142
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ड् गोयन को भूल
और दवाइयो की सेज पर से एक छाऊ बोतल उठा लाया।
छल्कते नेत्रों से उसने काग सोछला और फ्रि दो गिलासों में
मदिरा उँडेली !
पिएर ने गिलास के भीतर देखकर मदिरा का रग पहचानने
का अयत्न करते हुए कहां--हलका शुलावी, क्यों ९
मारोवसको को सदिरा की गध ने उन्मत्त बना दिया था।
नरे में झूमते हुए उसने फहा--हाँ !
डाक्टर ने एक-एक घूँट पी कर गिछास साली कर, ओठ
चाटते हुए कह्ा--ओह, चहुत ही स्वादिष्ट ! बहुत ही स्वादिष्ट ।
बघाई मारोवसको | तव, मारोवसको ने यह प्रसंग छेड दिया कि
उस मदिरा का नाम क्या रक्सा जाय । वडी देर की बहस के
बाद उसका नाम “अगूरी” रसने का निएचय हुआ। फिर, वे कुछ
देर चुप बैठे रहे ।
आज सन्ध्या को एक नई घटना हो गई --पिएर ने प्रकोछ
की नीरबता को भग करते हुए कहा--मेरे पिता के एक मित्र की
सत्यु का समाचार मिला है। वह अपना दानपतन्न ज्णाँ के नाम
ढिख गया है !
मारोबसकी पहले तो वात ठीक तरह से समझ न पाया।
उसने सोचा कि आधी जायदाद 5एँ को मिली होगी, आधी पिएर
को , पर जब पिएर ने वात स्पष्ट करते हुए उससे फिर कहा,
तो उसने आश्चर्य-मुद्रा घारण कर कदहा--यह ते ठीक नहीं जैंचता।
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