क्रांतिकारी बारहठ केसरीसिंह व्यक्तित्व एवं कृतित्व खंड 1 | Krantikari Barhat Kaisrisingh Vyaktitva Avam Kratitva Khand 1

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Krantikari Barhat Kaisrisingh Vyaktitva Avam Kratitva Khand 1 by डॉ. देवीलाल पालीवाल - Dr. Devilal Paliwal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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नह भूमिया 119 हो जिससे उनम आत्माभिमान और देशभक्ति के सस्कार पटा हा और सजैससे उनम आत्मविष्वास गौर ग्रात्मवल जाग्रत हो । ऐसी शिक्षा प्राप्त बरन साल नवयुवक ही द॑श की स्वत करन की तथा उसको तरक्की की बात साच सकत हैं । इस घिचार से कसरोरसिह ने 1904 से 1913 ई के लौरान राष्ट्रीम शिक्षा छे प्रचार-प्रसार की कद योजनाएं बताई झौर प्रयास दिय। जापान णैस छाट एणथियाई देश द्वारा ज्ञान-विज्ञान म वी गई उनति से व बडे प्रभावित थे,




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