बिहारी सतसई | Bihari Satsaye
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6.53 MB
कुल पष्ठ :
354
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विषम वदादित की तुषा
वेई कर, व्यौरनि
चेई गडि गा
चेई चिरजीवी श्रमर
वे ठाढे
वे न यहाँ नागर
चेसीये जानी
सगति दोष
संगति सुमति न पावही
सपतति केस सुदेस नर
सकत न
सकुचि न
सकुचि सरकि
सकुचि सुरत
रे रक
सा
सखी सिल्लावति मान
सघन क्ज, घन
सघन कज छाया सुखद
सटपटाति
सत्तर भौह
सदन सदन के
सनि-कज्जल
सन सुक्यी वीत्यी
सब भ्रग करि
सब ही तन समुहाति
से सुहायेई
से हसत कर
समरस-समर-सकोच
समै-पलट पलटे
समे सम सुन्दर से
रस कुसुम मडराति
लस सुमिल चित
पसि बदनी मोको
पहुज सचिक्कन
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सामा सेन सयान
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सुनि पग घुनि
सुमरु भरयो
सुरग महावर
सुरति न ताल
सूर उदित
सोनजुद्दी सी
सोवत, जागत सपत
सोवत लखि
सोवत सपने स्याम घन
सोहृत सग समान
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स्वारथ, सुकतन लम
स्वेद सलिल
हुसि उतारि
हसि ओठतु
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