श्री पुरंदरदास के भजन | Purandardas Ke Bhajan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
20.34 MB
कुल पष्ठ :
168
श्रेणी :
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: _ विषय-सुची
-झ्रप्तांक भजन
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भज वदना मांग मैं
गुरु उपदेश
गोपी देवी की भांति
गोविंद गोविद
गोविंद कहो रे
चल श्राश्रो
जय मंगल
जहां हरि कथा प्रसंग
जोजोजो
जो जो श्रीकृष्ण
तन पे पानी डाल
तु क्यों रे तेरी--
तू ही दयालु--
तैरना चाहिए
दया करो दया करो
दया न श्राती क्या
दास कंसा बनूं
दास बना लो
देख देख के मुभे
देख तुझ को धन्य हुआ
देखा मैंने गोंविद को
देखो रे कल्प समूह
दे मुभे दिव्य मती
धन्य हु्रा मैं
धर्म ही विजय है
नंद नंदन मुकूंद
ना छोड़ तव चरण
ना जाश्रो रंग
नारायण तव नाम
नारायण हे नमो
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