श्री गुरु ग्रन्थ साहिब | Shri Guru Granth Sahib
श्रेणी : धार्मिक / Religious
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
89.39 MB
कुल पष्ठ :
1548
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)काबू
््कू'
डे
झट घट घद घड भेद भेट घट भेद घद घंटे अदे नेट चेदे
। घड़े घंडें झंडे झंडी झोटें
सुस्पलर घसरय धनरया घरसपा सट्टा घरटडइटसर घिसशया फसया सना सदन्यकस्टटरास्यरा
-3::2-:
शी
18
४ घर मर घट घ० 'भद मद घद वह भड झड झट झ झट अडझ
च्च्पप्स्य्द कल >न्दरि हद न्यू नका
सत्ता न
दूख रोग भए गतु तन
अरड़ावे विललोये
जउमे कीओ सगल
प्रथम तेरी नोकी जाति
जीवत दीसे तिसु सर
पुतरी तेरी विधि करि
इक घड़ी दिनसु सो
हरि सेवा महि परम
प्रभु होड कृपालु त
करि किरपा हरि
जेसे फिरसार चोरें
नउनिधि तेरे सगल
निकटि जीश्न के सद
हरिरसु छोडि होछ्ने रसि
जी प्रान धनु हरि की
अनद बिनोद भरे पुरि
गुर के सबदि
चुधि प्रगास भई मति
हरि रसु पीचत सददी
कोम क्रोघु लोग मोह
मई श्रापति माचुख
तुम बिन अचरु नाही
हरिजन लीने प्रभू
अझउखधघु खाइओ हरि
बांखत नाददी सु वेला
सदा सदा आतम
जाका हरि सुझामी
काम क्रोध साइआा मद
तूबिअंतु अधिगतु
राज मिलक जोवन
॥ बेर के सच मय
जसिलनन
अर ह्टदन उद्धार
अर...
ही कि ही
(१४ ..
डे
पंना
३७३
३७३
२७३
३७४
३७४
३७४
३७४
३७१४
३७१४
३७१
३७१५
३७६
३७६
३७६
३७६
३७६
३७७
३७७
३७७
३७७
३७८
३७८
३७८
३७८
३७८
३७८
३७८
३७8
३७६
२७8
छह च्वदका
अल कण के अपर दर पट झन्ययय
कककक कक ककेकल कककककककनकाककनत)
म्रप महि सोई सगल
जो तुघु भावे सो परवाना
जनम जनम की मलु
चाहरु धोइ अंतरु मनु
उदम करत होने मनु
श्रघम .चंडाली भें
चंघन काटि बिसारे
जातूं साहिघु ताभउ
अंसतु नाम तुम्हारा
आगे ही ते सभ्चु किछु
तूं विसरहि तां सभु को
करिं किरपा प्रभु
मोह मलन नीद ते
लालु चोलना ते तनि
दुखु धनो जब होते दूरि
.साचि नामि मेरा मनु
पावतु रलीआ जोवबनि
एक बगीचा पेड घन
राज लीला तेरे नामि
तीरथि जाउ त हउ
घरि मदि सूख बादरि
जहा पठावहू तद्द तदद
ऊठत बेंठत सोवत
जाके सिमरनि सूख.
जिसु नीच कउ कोई
एको एकी नेन निहार
कोटि जनम के रहे
मिटी तिझास अभि
सतिगुरु अपना सद
पे पेड विसथारी
दब धुर दर मद खुद सु ुंड भुंडदुर भुंड
बलशनुकन्नका चुन बए रजनी सन शा भटपट्रकण पक कण टटजा! बल
अंडर 4 हर ब्रा घर उलट सादर चाप उग्र उमर बा
1
२८० कर)
रेद० ग्ि!
रैट० प््छ
३८१ ग्)
२८१ | छिं।
३८१ द
पैर 1!
३८२ स्ि
श्८२ लि
३८३ रे
र८२ ||
२८२ गशि
दा छठ)
रेट४ 161
रेट ४ भ्ि]
रेट प्र
रेट फ]
रेट 8
र८५ |
रन्न्छि
३८४ भी
रेद५ ६5
२८ के
२८६ |
रेट [
रद्द फ््ः
र८द |र6]
शे८७ मा!
रे८9
३८७
रेट७ ग्
फ
दडयंड बेड रद)
User Reviews
No Reviews | Add Yours...