ताराबाई | Tarabai
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2.79 MB
कुल पष्ठ :
179
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ताराबाइ ।
प्रथ्बी०-- हाँमेंहूँ। झभी
चॉक पढ़े क्यों झाप ?
सूय॑ं०-- नही, चौंका कहाँ
प्रथ्वी ०--कदिए, मुझसे आप छिपात किस लिए ?
सृय॑०--सोच रहा था--नहीं नही-वह कुछ नहीं ।
साधारण थी बान ।
प्रथ्वी ०--- चचा मेरे, वद्दी
मुझसे कहिए--कहिए तो क्या बात है ?
श्ाता जाता नित्य, न देखा झापकों
कभी चोकते ।--कहों ।
सूय०-- कहूँ १--था सोचता,
भाइको जा स्त्यु हुई तो कौन फिर
राजा होगा ?
पृथ्वी०-- राजा होगे संग ही |
वही बडे हें ।--इसकी चिन्ता व्यथ है ।
सुय०--पुत्र, समस्या सरल न इतनो हैं ।
प्रथ्बी०-- चचा
कया ऐसा है कठिन प्रश्न ? मैं तो यही
जानें , बेटा बडा राज्य पाता सदा ।
श्र
सूय०--सदा नह्दी । इतिहास उलटकर देख ला ।
छोटेको भी कभी-कभी गद्दी मिले ।
पृथ्वी ०--जयमल को ” धिकार '
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