आपस्तम्ब - धर्मसूत्र | Apastamba Dharama Sutra
श्रेणी : इतिहास / History
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
16.43 MB
कुल पष्ठ :
429
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about डॉ. उमेशचन्द्र पाण्डेय - Dr. Umeshchandra Pandey
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(१८)
२. धर्मसूत्रों में कभी-कभी अपने चरण तथा अपने वेद के उद्धरण विशेषतः
दिये गये हैं । ं
३. प्राचीन घर्मसूत्रों के रचयितारओं को ऋषियों का ओहदा प्राप्त नहीं है
भर न वे अपने को मानवीय धरातल से ऊपर उठे हुए अलौकिक चताते हैं,
इसके विपरीत मनु और याज्ञवरुक्य जेसे रखतिकारों को मानव से ऊपर देवी
दाक्ति से संपन्न दर्शाया गया है ।
४. 'घ्मंसूत्र प्रायः गद्य में हैं या कहीं-कहीं मिश्रित राद्य और पद्य में हैं,-
किन्तु स्टतियाँ श्कोकों में या पथदद्ध हैं ।
५. भापा की दृष्टि से घमंसून्न स्खतियों के पहले के हैं, और स्उतियों की
भाषा भपेक्षाकत भर्वाचीन है ।
६. चिपयवस्तु के विन्यास की दृष्टि से सी उनमें मेद हैं । धर्मसूत्रों में
चिपय की च्यवस्था, क्रम या तारतम्य का बजुसरण नहीं करती, किन्तु रसतियाँ
अधिक व्यवस्थित भोर सुगठित हैं, उनमें विपयवस्तु सुख्यतः तीन छीर्पकों में
सिभक्त हूँ--जाचार, व्यवहार और प्रायश्चित्त ।
७. बहुत बद्ी संख्या में घर्मंसूत्र अधिकतस स्सतियों से प्राचीन हैं। .
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