ज्ञान सरोवर भाग २ | Gyan Sarovar Bhag 2
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
13.69 MB
कुल पष्ठ :
358
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)काम गुरू हुआ। खेंडहरों
की खुदाई का अधिक
काम नील और फिरात
नदियों की घाटियों में
कुछ काम हमारे
मोहजोदडो में मिले जेवर दें। और पाकिस्तान
,में भी हुआ है। सिंध नदी की घाटी मे एक टीलें को खोदने से एक बहुत ही
प्राचीन नगर के खँडहर मिलें है जिसे 'मोहजोद डो' कहते है । मोहंजोदडो की
खुदाई में मिले जेवर, मिट्टी के वतन और भोहजोदडो की एक गली, लिसमें सफाई के लिए दो
दूसरे सामान को देखकर विद्वानों ने यह नालियाँ है। नालिपो से पत्ता चलता हूँ कि नगर में स
अनुमान किया हूँ कि वह नगर इंसा से कम
से कम २५०० वरस पहले रहा होगा ।
पृथ्वी के गर्भ में मिलें उस नगर की सडको,
तालावों और इमारतों को देखने से मालूम
होता हू कि वह नगर कुछ बातों में आज-
कल के नगरों के समान रहा होगा । मकान
एक तसतीव से वनतें थ्रे श्रौर सफाइ का
नियमित रूप से प्रबथ था ।
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