आत्मतत्त्व-प्रकाश | Atma Tattva Prakash
श्रेणी : स्वसहायता पुस्तक / Self-help book
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लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3.41 MB
कुल पष्ठ :
114
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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No Information available about डॉ. सतीशचन्द्र विद्याभूषण - Dr Satishchandra Vidyabhushan
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(१४)
चडें दुःख ९ साथ लिखते हैं कि इस संस्क-
रणसें उपर लिखी किसी आज्ञाका भी पालन
दम न कार सके । जीवात्सा के विषय में न्पाय-
ास््रका जो मत है उसी दो व्याख्या इस
पुरतक में की हैं अन्य कोइ दिपय नहीं छुआ
गया | सारतवर्प के द्शनशास्त्रों का इतिद्ास
'स्वतन्त्ररूप में लिखने की इच्छा है; इसलिए
इस पुस्तकें प्रकाशित “इतिहास से कोई
चूद्धि नहीं घ्यीगटे । सात आठ चपे पहले
हमारी घारणा थी कि प्राचीन ग्रन्थों में से कोई
नई वात निकालना ही पर्याप्त होता है; उन
ग्रन्थों का नाल और उनके वचन 'इमारे लिए
( उस समय ) चिद्ोष आद्रकी वस्तु नहीं थे ।
किन्दु अच माठूम हुआ, कि विना प्रसाण के
पाय्यात्य पण्डित किसी तत्व की पवोह् -नहीं
करते । अघ किसी दतन तत्व के उद्धार करने
वी बजाय उसे तत्त्व के प्रसापक ग्रन्थों ही की
ओर हमारा ध्यान आकर्षित हुआ है । सात
जाठं वष पहले हमारे विचार क्या थे इस बात
'को लिपिवर रखने के' अभिप्राय से-वत्तसान
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