पदार्थ विज्ञान | Padarath Vigyan

Padarath Vigyan by कविराज रामरक्षा पाठक - Kaviraj Ramaraksha Pathak

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about कविराज रामरक्षा पाठक - Kaviraj Ramaraksha Pathak

Add Infomation AboutKaviraj Ramaraksha Pathak

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
( ण ) घिषय प्रथ्ठ .. घिपय प्रप्ठ मनो विश्लेषण १४६... धम निरुपण १८१५ भव्यक्तमन के काय्य १४७... अधमे निरुपण १८१ प्रतिबन्धक व्यवस्था. १४७ परत्ापरत निरुपण १८१ सांफ्रेतिक चेष्टाय १५०... युक्ति निरुपण १८१ विस्यृति १५१ संख्या निरुपण १८५ विध्षि्तता १५१... संयोग निरुपण ५८३ रोगोंकी उतत्ति १५१... विभाग निरुपण १८१ अव्यक्तमन और मनोविकास.. १५१. ' प्रथवत्व निरूपण १८३ सचेतन और भचेतनके भेदसे '. परिमाण निरुपण १८३७ द्रव्योंके दो भेद १५४... संस्कार निरुपण पद , का अभ्यास निरूपण ' १८४ द्वितीय-अध्याय--द्वितीय पद... गुण सदा किसी द्य में रहता है. १८० न गुणक्मषिज्ञान .) कमेकें लक्षण. १८६ “गुण लक्षणापू १५७. कमेंके मेद पद च्याश्रयी १५९ द्वितीयाध्याय्--चतीय पाद गुणके सम्बन्धमें अरवचीनमसत १५९ ...... ( सामान्य बरिशेष विज्ञान ) गुणकी संख्या १६२! सामान्य निरुपण १८१, इद्विय अर्थ विषयके पर्याय... १६४. ;. सामान्यके मेद १९० दाब्दादि गु्णोका सा कर्य-बेघर्म्य॑ १६५... विशेषके लक्षण १९५ रूप निरुपण पंख. द्वितीय अध्य य--चतुथपाद रस निरुपण १६८. ( समबराय विज्ञान ) गन्य निरूपण १७०... समवाय निरूपण * १९८ स्पश निरूपण १७०! तृतीयाध्याय ( तत्र विज्ञान ) दाब्द निरुपण _ पृछि० ं तत्व निरूपण २८२ गुरुत्व निरुपण १७३ न सांख्यानुमत चतुर्विशति तत्व २०४ स्नेद निरुपण १७५. '. अव्यक्तका त्रिगुणात्मकत्व २०१ बुद्धिका निरूपण १७९... अध्रुपम्‌ २०६ सुखका निरुपण ०५७९... महत्तंत २०७ दुगखका निरूपण १८०... चरकके मतसे संग सृष्टि निद्ण २०८ इच्छाका निरूपण १८०... अ्ट प्रकृति २१७ दूषका निरूपण १८०. !. चरकामुमत २४ तल २१६ प्रयत्न निरुपण १८०. |. प्रकृति पुस्षका साधर्म्ध वेधर्स्ण २२




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now