चित्रमय बाल कोश | Chitramaya Baal Kosh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
130.74 MB
कुल पष्ठ :
434
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अड़ियल
ही जाएगा।
अड़्यिल - वि८ 1. (चलते-चलते) अड़ जाने-
वाला, रुक जानेवाला, जिसे अड़ जाने की आदत
हो। प्र यह घोड़ा तो अड़ियल है, चाबुक की मार
भी उसे चला नहीं पाती। 2. हठी, ज़िदूदी।
अड्डा -पु० 1. मिलने या इकट्ठा होने की जगह;
जैसे -जुआरियों का अड्डा। 2. ताँगों, स्कूटरों,
बसों, हवाई जहाज़ों आदि के रुकने और रवाना होने
की जगह; जैसे -बस अड्डा, हवाई अड्डा ।
अणु -पु० इतना छोटा कण (टुकड़ा) कि उसके दो
टुकड़े नहीं किए जा सकें। प्र० गुरुजी के ज्ञान की
तुलना में मेरा ज्ञान अणु के बराबर भी नहीं है।
अणुशक्ति - अणु के विस्फोट से उत्पनन शक्ति जो
युद्ध और शांति दोनों ही प्रकार के कामों में प्रयोग
की जा सकती है।
अत: - अ० इसलिए, इस वजह से, इस कारण।
प्र; वह बहुत पढ़ता है अतः सभी शिक्षक उससे
प्रसन्न हैं।
अतएव - अ०« इसीलिए, इसलिए, इसी वास्ते, इस
वास्ते, इसी वजह से। प्र० तुमने प्रथम स्थान प्राप्त
किया है, अतएव तुम्हें पुरस्कार मिलना ही चाहिए।
अत्यधिक
अति - 1. वि० ज़्यादा, बहुत; जैसे-अति सुंदर,
अति कुरूप। 2. स्त्री: ज़्यादती, अधिकता।
प्र. अति कभी नहीं करनी चाहिए, रावण अति करने
के कारण ही मारा गया।
अतिथि - पु० पाहुना, मेहमान। प्र० कल घर पर
अचानक इतने अतिथि आ गए कि उनके स्वागत में
बड़ी परेशानी हुई।
अतिधिसत्कार - पु० अतिथि का स्वागत,
मेहमानदारी । प्र- अतिथिसत्कार हमारा कर्तव्य है।
अतिरिक्त - 1. अ० अलावा, सिवा, छोड़कर।
प्र» तुम्हारे अतिरिक्त वहाँ सभी आए थे। 2. वि०
ज़रूरत से ज़्यादा, आवश्यकता से अधिक।
प्र अतिरिक्त सामान लौटा दूँगा।
अतीत - पु० भूतकाल, बीता हुआ समय, गुज़रा
हुआ ज़माना। प्र० अतीत की बातें अब भला कहां
याद हैं!
अत्यंत (अति + अंत) - वि० हद से ज़्यादा, बहुत
अधिक; जैसे - अत्यंत सुंदर, अत्यंत सीधा, अत्यंत
मिलनसार ।
अत्यधिक (अति + अधिक) -- वि० बहुत उयादा;
जैसे - अत्यधिक धनी, अत्यधिक ईमानदार |
न्ता सर ।
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