सिरोही राज्य का इतिहास | Sirohi Rajya Ka Itihas

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Sirohi Rajya Ka Itihas by डॉ. गोरीशंकर हीराचन्द ओझा : Dr. Gaurishankar Heerachand Ojha

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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१०१ सिरोही के इतिहास का पृष्ठ जगमाल का महाराव से विरोध करना तथा सिरोही छोड़ चादशाह अकृवर के पास जाना . - जगसाल का शाही फोज के साथ सिरोही पर- चढ़ आना २३.०-२३१ दताणी की लड़ाई जगमाल तथा राठौड़ रायसिंह चन्द्रसेनोत ादि. सेना- पतियों का उसमें माराजाना तथा शाही फौज का हारकर भागना ही दो श३१-२३४ दवड़ा वीजा वजा का सिराही का राज्य पाने की झाशा में चादशाह अक़वर के पास जाना . बादशाह का मोटिराजा उदयसिंह जोधपुरवाले तथा जामबेग को फौज के साथ सिरोही पर भेनना और वीजा का उन- के साथ लोट आना २३४ मोटेराजा का विश्वासघात से कितनेक देवड़ों को सरवाना झपना वचन भंग होने के कारण - चगड़ी के ठाकुर बैरसल राठोड़ का कुड्ध होकर सोटेराजा के सामने रामरतनसीदहोत को मारना तथा आत्मघात करना २३४-र३५




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