बिक्री बढ़ाने के उपाय | Great Britain Ki Shasan Paddhati
श्रेणी : इतिहास / History, साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
15.14 MB
कुल पष्ठ :
133
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)रद व्ववस्था के सम्बन्ध में प्रथम नियम वर्गीकरण का है । अथांत् वस्तुओं को भिन्न भिन्न प्रकारों में विभाजित कर के प्रत्येक के लिये एक पुथक स्थान रक्खा जाय । चर्गीकरण एक अकार से व्यवस्था का दी दुसरा पयांय समानाथ वाचक- दाव्द है । वस्तुओं का उन्हें स्थान प्रदान करने के लिये बर्घीकरण करना गड़बड़ में से सुव्यवस्था उत्पन्न करना है । हिसाब की ठीक बद्दी रखने वालें मनुष्य के भले ही सदसख्ों दिसाब हो वद्द जिस दिसाव को आवश्यकता पढे उसे तत्काछ ही निकाठ सकता है क्यों कि उस की बी में ध्रत्येक हिंसाब के ठिये एक दी स्थान हो सकता है और बह उसी स्थान पर मिलेगा । वर्गीकरण करना और विषय सूची रखना इस कँये की कुंजी दे । यदद दो बातें एसी हें कि चाहे तुम अपने विईवकादा में सदसख्तरों विषयों पर निवन्धे सस्मिलित करो अपने स्टोर में भठे हो सहस्कों प्रकार की मिन्न २ व्यापारिक चस्तुएं रक्खो परन्तु आवद्यक निवन्ध अथवा वस्तु को क्षण भर में दूंढ निकाल सकोगे । हैस्क की व्यवस्था स्थापित करना चार प्रकार की वस्तुँ । ब्यबसाइयों. को अपने डेस्क उस के दराज और उस की वस्तुए इस प्रकार रखनी चाहिये जिस प्रकार कि बही रखने वाला मजुष्य हिसाब रखता हे--एक स्थान इस प्रकार के वस्तुओं के लिये दुसरा स्थान इस प्रकार की वस्तुओं के लिये इसो प्रकार भिन्न भिन्न वर्गों की वस्तुओं के लिये सर्वोत्तम ढंग से सुविधा जनक रीति से स्थान नियत दनि चाहिये । डेस्क की सफाई हो ज्ञाने-उसमें से वेकाम वस्तु नि काठ दिये जाने--के बाद उसमें चार प्रकार की वस्तु रहनी चाहिये
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