बापू - स्मरण | Bapu - Smaran
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
16 MB
कुल पष्ठ :
356
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)डायरी के अंश
१९२४
२६-१-२४, पुना
पू० महात्माजी के दर्शन किये । वार्तालिप हुआ |
२८-१-२४, बंबई
पुना से 3-४० की एक्सप्रेस से पू० महात्माजी के दर्शन व वार्ता वरके
रवाना हुआ । रास्ते में मथरादास त्रिकमदासजी के साथ बातें ।
र२-२-२४, पुना
ऐड्रूज के साथ बापूजी से मिला । ऐंड्र ज के लिए खादी की धोती, कुरता
व चहर ली ।
पु० बापूजी से बातें ।
५-र-२४, वर्षा
आश्रम के भविष्य के कार्य के बारे में विनोबा से खूब बातें । जाजूजी
से भी विचार-विनिमय । कार्य के सम्बन्ध में कुछ निश्चय ।
पु० महात्माजी के आज प्रातःकाल छूटने के तार मिले । चित्त में
विद्वेष आनंद नहीं हुआ ।
महात्माजी के छूटने के बारे में आम सभा हुई । श्री रबेला ठीक बोले ।
क १०-२-२४, वर्षा
गांधीजी की पालखी (जुलूस) निकली ।
श्री जयदयालजी गोयनका से अलग बातें । उनके प्रदनों का स्पष्टता से
जवाब देने की कोदिद । महात्माजी के व इनके सिद्धान्तों में अंत्यज-संबंधी
बड़ा फर्क है; कार्य-पद्धति का भी ।
३४-२४, नासिक
अग्रवाल महासभा में जाना नहीं हो सका । उक्के लिए मन में थोड़ा
विचार आया; प्रेम-अश्नु भी आये । जाने के लिए पू० महात्माजी की
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