मध्यकालीन भारतीय गणित की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक झलकियाँ | Madhyakalin Bharatiya Ganit Ki Aitihasic va Sanskritik Jhalkiyan

Madhyakalin Bharatian Ganit by राधाचरण गुप्त

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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4 मध्यकालीन भारतीय गणित की ऐतिहासिक व सांस्कृतिक झलकियोँ कुछ मजेदार परिणाम निकालने के पहले इस विधि की समझ को पक्का करेंगे जिसके लिए एक उदाहरण और लेते हैं । वह है 18/3 का मान निकालना। ऊपर की विधि के अनुसार हम 18 आम लेते हैं और प्रति छात्र 3 के हिसाब से बॉटना शुरू करते हैं। हम पाएँगे कि छठे छात्र को आम देने के बाद शेष शून्य हो जाएगा। जिसके साध भाग देने की फ्रिया भी समाप्त हो जाएगी। चूंकि आम पाने वालों की संख्या 6 है इसलिए 18/3 का. मान 6 हुआ। आशा है कि तुम इस पिधि से सरल स्थिति में दे का मान निकालना सीख गए होगि। . कुछ अन्य बातें भी आसानी से समझ में आ जयेंगी। यदि 0 स्थिर हो ते जैसे-जैसे ५ छोटा होगा हर का मान बढ़ेगा। जैसे- व |. ॥| कि. | 200 8518 518 25 8 इत्यादि और यदि स्थिर हो तो हर का मान 0 के कम ज्यादा होने के साथ कम ज्यादा हो जाएगा। जैसे- 2400 90 30




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