नैषध - चरित - चर्चा | Naishadh - Charit - Charcha
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
20 MB
कुल पष्ठ :
122
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about महावीर प्रसाद द्विवेदी - Mahaveer Prasad Dwivedi
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)न पक ध्यान
पकन्य, कद हनन छदरदनस सदन सनटनरनस्टरटेड
(९)
श्रीहष नाम के तीन पुरुष
_ लैघघन्चरित के कर्ता श्रीहूष का जीवन-चरित बहुत डी कस
खपलब्ध है । अपने अं में इन्होंने अपने लिवय में जो दो-चार
बातें कह दो हैं; वें ही प्रासाशिक सानी जाने योग्य हैं । इनके समय
तक का निर्ात निरूपण नहीं हो सकता/ यह श्मौर भी दुख
की बात है । यदि हमारे देश का प्राचीन इचिहास लिखा गया
होता; तो ऐसे-ऐसे प्रबंधों के लिखने में उसका अतिशय उपयोग
होता । हसारे पूवज और अनेक विषयों में निष्णात होकर भी
इतिहास लिखने से इतने पराड सुख क्यों रहे; इसका कारण
ठीक-ठीक नहीं समक पड़ता । वे प्रवासप्रिय न थे, अथवा
_ सनुष्य-चरित लिखना वे निंय समझते थे; अथवा जीवन-चरित
उन्होंने लिखे, परंतु घ्रंथ ही लुप्त हो गए--ृचाहे कुछ हो;
इस देश का पुरातन इतिहास बहुत ही कस प्राप्त है, इसमें
संदेह नहीं ।
साद्पद की घोर अंधकारसयी रात्रि में जेसे अपना-पराया
नहां सूक पढ़ता, वैसे ही इतिहास के न होने से श्रंथ-समूह
चा ससय-निरूपण अनेकांश में छासंथव-सा हो गया है । कौन
व्यागे हुआ कौन पीछे हुआ, कुछ नहीं कहा जा सकता |
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