हिंदी काव्य शास्त्र में रस - सिद्धान्त | Hindi Kavya Shastra Main Rasa Siddhant
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
240.3 MB
कुल पष्ठ :
611
श्रेणी :
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No Information available about डॉ सचिदानंद चौधरी - Dr. Sachchidanand Chaudhary
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)के प्रचारिणी सभा वाराणसी के अधिकारिय का भी मैं पूर्णतः आभारी हूं । सभा के अतिथि भवन में ठह दी हब हस्तलिखित अनेक दुललभ ग्रंथों के अवलोकन और अध्ययन की पारी सुविधाएं . इन्होंने प्रदान कीं । सच पूछिए तो इनके साहाय्य के बिना इस प्रबस्ध की पति जैसें- अब थी । नागरी प्रचारिणी के सभा-संग्रहालय और याजिक संग्रहालय को तो में विश्वनाथ मंदिर की भाँति ही महनीय और नमनीय मानता हूं । थी हित्दी काव्य-शास्त्र के चूडान्त विद्वान डा ० भगीरथ मिश्र प्रोफेसर एवं अध्यक्ष हिन्दी विभाग पुना विश्वविद्यालय के प्रति मैं अपनी कृतज्ञता किन शब्दों म व्यक्त करू ? ग्रंथ की भूमिका लिखकर इन्होंने केवल ग्रंथ की हीं गरिमा आर उप योगिता नहीं बढ़ाई है बल्कि मेरे गौरव को भी बढ़ाया हैं । अतएव हुदम से में उनका आभारी हूं। आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी और डा० नगेस्द्र के प्रति भी अपनी कुंतज्ञता ज्ञापित किए बिना नहीं रह सकता । इस ग्रंथ का यंधावसर अब लोकन कर इन्होंने इसकी भूयसी प्रशंसा की है । इन विद्न्सनीपियों के प्रमसारमे शब्दों को मैं आशीर्वचन मानता हूं । उन सभी ग्रंथकार विद्वानों का भी मैं कऋणी हूं जिनके ग्रंथ मेरे बिवेच्य रहे हैं किम्बा जिनके ग्रंथों ने मुझे विवेचना की रा दिखाई है। की विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति और हिन्दी साहित्स के अन्य श्री शाज़ं भर सिंह जी को भी धन्यवाद देना मैं अपना समुचित कतत ब्य .... समझता हूं जिन्होंने इस प्रबन्ध के प्रकाशन की मुझे सहर्ष अनुमति प्रदान को । मर मे इस ग्रंथ के प्रकाशक और अनुसन्धान प्रकाशन कानपुर मैं ब्सव मम स्पापक श्री रामकुमार मिश्र को भी मैं हृदय से धन्यवाद देता हूं। यदि इन्होंने इतनी तत्पसता न दिखाई होती तो इस विशाल प्रंथ का शीघ्र प्रकाशन संभव न 2 रे 1. टकरा पं और पुस्तकालयाध्य थे रने से लेकर प्रकाशित अनेकविध श्रुटियों के लिए क्षमाप्रार्थी --सच्चिदामन्द चौधरी प्रोफेसर तथा अध्यक्ष मारतोय सहायता मिश्न काठमांदू ....................... हिन्दी विभाग इस सर संग
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