भगवद्गीता सटीक | Bhagvadeeta sateek
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
22 MB
कुल पष्ठ :
882
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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पहिला अध्याय । ५
५
सभय द्रोखाचायजी के पस क्यों जाता, युद्ध की ते
यारी करता पर एेसा उसने नही किया, इसीसे जाना
जाता है कि दुर्योधन को ही भय हुआ था, पाणएडवों
को नहीं ॥ २ ॥
मलम।
पश्यता पाएंडपत्रासामाचाय महता चमम !
स्युटा इ पदपुन्रस तवं 1शिष्यण घामता ३
पदच्छेदः ।
पश्य, एतास्, पाणएडुपुत्रासाम, श्राचाये, महतीम,
चमूस, न्यूटाम्, डपद्पुत्रेस, तब, शिष्येण, धीमता ॥
अन्वयः श्ख्वार्थ | अन्वय शब्दार्थं
` आचार्य~हे द्रोाचाय॑ |` पारडयु }._ पाणड्के
5 ८ ५ एताम्ः
= बुदिमा
१ 3 न. व्यूढास-रचीहुई
शिष्येण=शिप्य महतीम्=बड़ी `
दुपदपुत्रेणनद्पद के पुर चमूम=तना को
करके पश्य~द्रखो
भावार्थ ।
हे राजन् ! अन्तर भययुक्क होकर दुर्योधन द्ोणा-
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