हारी हुई लड़ाई लड़ते हुए | Hari Hui Larai Larte Hue
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
716 KB
कुल पष्ठ :
104
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)एक पुराने घर के खिलाफ
वादल वर्प भरे दिन में
जब देवता सोते रहते हैं,
तुम इस धरती पर आये ।
जेसे प्रखर हवा के नशे में
थककर सोयी माँ की पीठ पर
हथेलिया थपकाता
सोते से जागकर, मुसकराता वच्चा
अपनी लोरी सुद गाये ।
जहां हवेली मे
इतिहास का धुँधलका हो
और वत्तमान वी
बुझी हुई दीवालगी रे,
शोशो पर उलटी वनी दहो
कम्पनी काल कौ तस्वीरें
वृढ दरवानो और
शोख नौकरानियो की नोक-झोक
जहाँ चलती हो वे रोक टोक ¦
जहाँ ड्योढी के वाहर पैर रखना वर्जित
सारा इतिहास पुरानी कहानिया मे सचित
हारी हुई लडाइ लडत हुए / 15
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