जैनत्व की झाँकी | Jaintva Ki Jhanki

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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देव रे लोक के पूजनीय हों, केवल ज्ञान वाले हों, परम शुद्ध ग्रात्मा हों । तुम प्रन कर सक्ते हो, इस प्रकार रागग्रौर दष के जीतने वाले कौन जिन भगवान्‌ हए हैँ ? एक दो नही, अनन्त हो गए हैं। जानकारी के लिये एक दो प्रसिद्ध नाम बताए ইবা ₹? | ^ वतं मान काल-चक्र मेँ सबसे पहले जिन भगवान्‌ ऋषभ देव हुए हैं । आप भारतवर्ष की सुप्रसिद्ध अयोध्या नगरी के रहने वाले राजा थे। आपने राजा के रूपमे न्याय-नीति के साथ प्रजा का पालन कियां, और बाद -में संसार त्याग कर मुनि बने एवं रागनदेष को क्षय करके जिन भगवान्‌ हो गए, मोक्ष में पहुँच गए । भगवान्‌ नेमिनाथ, भगवान्‌ पाइवेनाथ, और भगवान्‌ महावीर भी जिन भगवान्‌ थे । ये महापुरुष.राग और हं ष को पूर्ण रूप से नष्ट कर चुके थे, केवल ज्ञान पा चुके थे । अपने- अपने समय में इन्होंने जनता में अहिसा और सत्य की प्रारा- प्रतिष्ठा की, और राग-द्व ष पर विजय पाने के लिए सच्चे आत्म-धर्म का उपदेश देकर आत्मा को परमात्मा बनाने का मार्ग प्रशस्त किया ।




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