राजदर्शन | Rajdarshan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
341
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)राजद्शन के लक्षण ११
यूनानी राजदर्शन का अवलोकन करने से पता चलता है कि इस दर्शन
का आधार हिन्दू राजदर्शन ही है । हिन्दू तथा यूनानी राजदर्शत के आधार
पर ही वर्तमान राजदर्शन का निर्माण किया ग्रया हैं । ग्रथवा यो कह सकते हैं
कि वर्तमान राजदर्शंन की झाधार शिला हिन्दू तया यूनानी राजदर्शन ই
वास्तविक रूप से राजदर्शन का महत्व जानने के लिये श्रति प्राचीन हिन्दू
त्तथा यूनानी राजशास्तो का अध्ययन करना आवश्यक है ।
विश्ञेप अ्रध्यत के लिये देफिये--
स्वामी दयानंद-ऋगवेदादि मास्य गभि 7
मनुस्मृति
शुक्रनीति
महामारत--शातिषर
कौरित्य--च्र्थ्ास `
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