गार्हस्थ्य - शास्त्र | Gaarhasthya - Shastr
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
16 MB
कुल पष्ठ :
270
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about डॉ राजलक्ष्मी वर्मा - Dr. Rajlakshmi Varma
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)१० गाहस््य-शाख्
कन्या की अवस्था
७--चौक पूरना। छोटे छोटे श्लोक, भजन, और धार्मिक छ्ृत्यों के
मन््त्रों का ज्ञान |
८--आरती तथा अन्य धार्मिक भजन गाना। पूजा-अचौ की सामग्री
का ज्ञान ।
९-१०-चित्रकला और रंगीन काम | संगीत । स्तोत्र तथा कहानियां
कहना ।
११ वाद्य -के साथ गायन । मजन गाना । हरतालिका, महालद्मी-
पूजन, ऋछषि-पंचमी, संकष्ट-चतु्थीं, दीवाली, इदयादि खयो
के ब्रत-उपबास के दिनों की विधि का ज्ञान ।
१२--पंचाज्ञ का ज्ञान । भाद्धू-दशहरा, इत्यादि त्योहारों की विधि के
लिए पूजन-सामभ्री की व्यवस्था । संगीतशासत्र ।
१३-पद गाना । रामायण, महाभारत, तथा पुराणों की कहानियां
कहना । चौक पूर कर उसमें तरह तरह के रंग भरना ।
१४- उपनयन, विवाह, इत्यादि के अवसरों पर श्ियों के करने
योग्य कार्यो का ज्ञान । आाह्यण-भेजन इत्यादि के अवसरों पर
चौक पूर कर पाटे इयादि लगाना ।
१५--घर सजाना । पूजा-गरह का सुशोभित करना । संगीत तथा
चित्रकला का विशेष ज्ञान ।
१६--संगीत के साथ, अथवा उसके बिना, कथा-कीतेल करना |
पूजा-अचो आदि का कमंकारएड कराना | विशेष विशेष अवब-
सरों पर घर के सजाना इत्यादि ।
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