ईशावास्योपनिषद | Iishavaasyopanishad
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
20 MB
कुल पष्ठ :
652
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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ॐ
৭৯,
तत्तद्रक्षण नमः
इंशावास्योपनिषद्
मन्त्रार्थ, शाह्वरमाष्य ओर माप्यार्थसहित
धिता सर्वभूतानां सर्वभूतमयश्च॒ यः।
शडावास्येन सम्ोध्यमीश्वरं तं नमाम्यहम् ॥
दन
चानि-प्रठ
३० पूण॑मदः पृणमिदं पूणाद्पूणयुदच्यते ।
पूर्णण्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिंष्यते ॥
ॐ शान्तिः शान्तिः शान्ति! |
ॐ वह ( पह) पर्णं है ओर यहं (कार्यबरह) मी पूर्ण है, क्योंकि ,
पूर्णसे पूर्णकी ही उत्पत्ति होती है | तथा [परटयकार्मे] पूरण
(कार्यत्रह्म] का पूर्णत्व ठेकर ( अपनेमें छीन करके ) पूर्ण [ पस्नह्म ] ही
बच रहता है । त्रिविध तापकी शान्ति हो । .
नग
१
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