मनसबदारोंकी | Manasbadaroki
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
313
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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( १८ )
फतइवाडी , नन्हू (गुजरातका पिछला बादशाह) चम्पा
काटनका হও ।
चीरको दण्ड, 9००० रुपयेको खेरात, शाहजहा ব্রেল)
के डरे पर जाना, खर्दाकी जीत ।
कुतुवुष्युल्ककी अर्जों , हलवटका चन्द्रसेच, मुजफ्फरफा
आना, फतइयचागके अजोर, कारेजके खरबूजे ।
गुजरातके अजोग, मालवैको लौटता, सुकरवखावी सेट,
रुस्तमखाको भरूण्डा ओर नक्रा ।
शाइजादोंके सेवकोको कणडा और नक्कारा न टेनेकी प्रथा,
सैयद सुवारकका सकवरा, मखनीमे मलौ 1
गुजरातकौ वपा, मानसिष्ट सेवडाका सरना, सेवडोका नि
काला जाना !
कच्छे घोडा, सेवको पर छपा 1
अनार ओर बिद्दी, शेखोकी उपहार |
कोकवको विचित्र घटना ।
कशमीरकौ मरौ ।
जस्माजास श्रोर कृचविद्धारकते राजानच्मीनारायगका आना।
लजवन्तो, मिच्चका शिकार, वलखके घोड़े ।
कृचके गाजा नक्ष्मीनारायणको गुजचातका मुल्क दिया
ज्ञाना, लगूबक़ा बच्चा ओर बकरो | इति प्रथ्रम भाग | बाद-
शाइकी आज्ना |
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