श्री जैन सिध्दान्त बोल संग्रह - भाग 5 | Shri Jain Sidhant Bol Sagrah : Part-5

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Shri Jain Sidhant Bol Sagrah : Part-5 by भैरोंदान सेठिया - Bhairon Sethiya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(११) उपमन्त्री-- श्रीमान्‌ यायू माणकचन्द्ी सेठिया सदस्य -- १ श्रीमान्‌ सेठ कनीरामजी गाँढियां श्रीमान्‌ मद॒ता बुघसिंदजी वेद श्रीमान्‌ सेठ सूपचन्दजों चण्डालिया (आडिटर) श्रीभान्‌ पानमलजी सेठिया श्रीमार मगनमलजो कोठारी (आडिटर) श्रीमाद_गोविन्द्रामजो भनसाली श्रीमान्‌ जुगराजजी सेठिया (श्राडिरयर) नो सेठिया सल्थायों झा १६४१ का स्टाफ (१) श्री मास्टर शिवलालजी सेठिया (२) श्री शम्मूदयालजी सक्सेना साहित्यरत्न ३) भी माणकपघन्द्रजी भद्टाचाय्य एम ए घो एल (४) श्री शिवकाती सरकार एम पए (५) भी ज्योतिषचन्द्र घोष एम ए (६) श्री श्यामलालजी एम ए , न्यायतीर्थ, विशारद (७) श्री पालइष्णजी एम ए (८) भ्रीइन्द्रचन्द्रजी शास्तो, वी ए वेदान्तवारिधि,शास्रा चाय्य,न्यायतीर्थ (५ श्री रोशनलालजी चपलोत वी ० न्यायतीर्थ, काव्यतीर्थ,सिद्धान्त- तीर्थ, विशारद @ आ এটি न 2 ९ (१०) श्री सशीरामजी घबनोट घी ए एल एल पी (११) भरी घेवरचन्द्रजो बाँठिया 'वीरपुत्! सिद्धान्त शास, न्यायतीथ, ज्याकरण तीर्थ (१२) श्री पृ० सन्चिदानन्दजी रामो शास्त्री (१३) श्री घर्मसिंदजी वो शास्त्री, बिशारद (१४) श्री ५० सुबोधनारायणजो रा व्याकरणाचारये (१५) श्री प० इन्द्रनारायणजो मा व्याकरणाचार्ये (१६) भरी प० हलुुमानम्रसादजी साहित्य शास्त्री (१७) श्री कानमलजी कोठारी न्यायतीर्थं (१८) श्री कन्हैयालालजी दक न्याय तीर्थं




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