गोत्रप्रवरनिबन्धकदम्बम् | Gotrapravarnibandhkadmbam
श्रेणी : धार्मिक / Religious, पौराणिक / Mythological
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
30 MB
कुल पष्ठ :
394
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about गंगाविष्णु श्रीकृष्णदास - Ganga Vishnu Shrikrishnadas
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)^
१५ विश्वामित्रवंश प्रक्षः,
अत्रिः
|
सोम:
|
পু:
पुरूरवा[:
अमावसु
|
|
भरा;
আতা?
गाधिः
|
विश्वामिश्र
हल का
১157 2 ০১ ৮ হিট 7
रु ॥ रे ए > ^ হি ट धी ८ & = £ & & तर
८ & 8) ডি, र ছি 8 ডি * “টি
ष सी ४ ८ # চি प्र
7 कफ
রণ ९ ~ ¢
রে ५ विश्वामित्राणा ঘন্বহা:,
मित्रदवरातीदलेति । १० वरवामित्रपोरणेति ।
# ३ वैज्वामित्रदेवरातीद्लेति । ११ पर्वामितरकात्यात्कालेति ( वाक्षीलेति ।
३ वश्वामित्रमाधुच्छन्द्सघानणयेति १२ वेस्वामित्रास्मरध्यवापलेति ।
दवामितर माधरच्छन्द्माजेति । १३ वदवामित्राघमपरणकरिकेपि ।
५ वेखामित्र माधुच्छन्द्सरा हिणोंते । १४ वेश्वामित्र गाधिनरणवेति ॥
६ वैश्वामित्र माधुच्छन्द्साश्केति । १६४ वेश्वामित्र रोक्षरव्णेति ।
७ वेश्वामित्राष्केति । १६ वस्वामरित्र गाधिनवेणवेति ।
८ वेशामित्राष्टकलोहितेति । १७ बरवामित्र शांकायनकीौ शिकेति ।
९ वेजामित्रदेवराजपोरणेति । १८ वेस्वामित्रेद्कोशिकेति ।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...