हरिवंशपुराणं | Harivanshpuranam
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
11 MB
कुल पष्ठ :
426
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( १५)
छेदशासत्र, ३ श्रीगुरुदासकुत प्रायश्वित्तचलिका, श्रीनन्द्गुरुकृतटीकासहित, ४ अकलंककुत प्रायश्वित्त ) | मू० १७)
१९ मूलाचार--(पृव४), श्रीवड्केरस्वामीकृत मूल, श्रीवसुनन्दिकृत आचारवृत्ति। ४०५२० । मु०२॥)
२० .भावसंग्रहादि--( १ श्रीवेबसेनसूरिक्रृत प्राकृत भावसंग्रह छायासाहित, २ श्रीवामदेवपण्डितक्ृत
संस्कृत भावसंग्रह, श्रीश्रतमुनिक्रृत मावत्रिमंगी ओर ४ आख्रवत्रिभंगी ) ४० ३२८ । मू० २॥)
२१ सिद्धान्तसारादि्सिग्रह--( १ श्रीजिनचन्द्राचार्यक्रत सिद्धान्तसार प्राकुत, श्रीशञानमृषणकृत
भाष्यसहित, २ श्रीयोगीन्द्रक्ृत योगसार प्राकृत, १ अमृताशीति संस्कृत, ४ निजात्माष्टक प्राकृत, ५ अजितब्रह्मकृत
कल्याणालोयणा प्राकृत, ६ श्रीशिवकोटिकृत रत्नमाला, ७ श्रीमाघनान्दिकृत शाख्रसारसमुच्चय, ८ श्रीप्रभाचन्द्रकृत
अहैखव्चन) ९ आप्स्वरूप, १० वादिराजश्रेष्ठीप्रणीत ज्ञानलोचनस्तोत्र, ११ श्रीविष्णुसेनरचित समवस्रणस्तोज,
१२ श्रीजयानन्दसूरिकृत सरवज्तसतवन सटीक, १३ पार्श्वनाथसमस्यास्तोज, १४ श्रीगुणभद्रङृेत वित्रबन्धस्तोत्र)
१५ महरस्तोज, १६ श्रीपद्मपरमदरवकरत पाश्वनाथस्तोतर, १५७ नेमिनाथरतोन, १८ श्रीभानुकीर्तिङित रौ खदेवाष्टक,
१९ श्रीअमितगतिक्रत सामायिकप।ठ, २० श्रीपद्मनन्द्रिचित धम्भरसायण प्रत, २१ श्रीकुलभद्रकृत सारसमुद्धय,
२२ श्रीशुभचन्द्रकृत अंगपण्णत्ति प्राकृत, २३ विबुषश्रीघरक्ृत श्रुतावतार, २४ शलाकाविवरण, २५ पं० आश्चा
घरकृत कल्याणमाला ) पृष्ठसेस्या ३६५ | मू० १॥)
२२ नीतिवाक्याम्ृत--श्रीसोमदेवसूरिक्रुत मूल और किसी अज्ञातपण्डितक्ृत संस्कृतटीका । मू ० १॥)
२३ मूठाचार--( उत्तरार्थ ) श्रीवइकेरस्वामिकुत । इ8संख्या ३४० । मू० १॥)
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