प्रमाण मीमांसा | Praman Mimasa
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
140
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अकारादिक्रमेण प्रमाणमीमांसामृआ्राणां सूविपत्रस्।
अक्ार्वयोगे दर्बना- १ १-२७
অধাননিস্থাবিনা । ११३९
अत एव नोमयो प्र २ १-६
अतर्स्मस्तंदेवेति १-१ ७
सथ प्रमाणमीमासा । १ १-१
आअनुमयत्रोीमयफोटि- १-१ ५
अप्रदार्शितान्ययव्यतिरेकी। २ १-२७
अभूतदोषोद्धाबनानि- २१२९
अमूर्तत्वेन नित्ये- २-१-२३
अर्थक्रियासामध्यौत्ू। १-१ ३२
अवग्रहादीना वा १-१४०
अवग्रद्दीताविशेष-* १-१-२८
अविश्द परोक्षम्) १-२१
असम्मबद्वाधकत्वा १११७
असिद्धविरुद्धानेशा- २ १-१६
असिद्धि पराजय, | २-१-३२
हद्धियमनोनिमित्तोऽव ৭-৭ २१
देदितपिरोपनिर्णयो १-१-२९
उपलम्भानुमलम्भनिमित्त १ २-५
ऊहात्तनिश्रय | १ २-११
হানার ঈলসযীঘ | २-१-९
कर्तृस्था प्रमाणम् [॒._ १-१-३७
कमंसथा क्रिया। ११३६
गम्यमानत्वेऽपि साघ्य- २-१ ८
अ्रहिष्यमाणग्राहिण ~ १-१ ४
तत्तारतम्यऽबीध- ११-१८
तच्वक्षरपणाय प्राभिका २१३०
तत्सर्वथावरणविल्ये
तथोपपस्यन्ययानुप
तदूदिधा स्वार्थ परा-
तब्दधा]
तल्लक्षणत्वादस्तुन ।
तस्या सत्यामर्थप्रकाश-
द्रव्येद्धिय नियताकारा -
दखनम्मरणसम्भव-
द्ान्तवचममुदादरणम् 1
धार्मेण माधनस्योप-
धमीं प्रमाणसिद्ध 1
न टृ्टन्तोऽनुमानाद्म् ।
न विप्रतिपच्यप्रतिपत्ति-
नानयेस्तासयै भेद 1
नायलिकौ शानस्य-
नासन्ननिश्चितसत्वो
नियमस्यासिद्धी स-
प्रशातिशयविश्रा
प्रत्यक्ष च॒ परो-
प्रत्यक्षानुमानागमलोक-
परमाण द्विधा]
पमाणस्य विपयो
प्रमाणाद्धिनाभिन्नम् ।
अमाणा तरानपेक्षे ४
प्रामाप्यनिश्वयस्व-
पूर्बोत्तराफारपरिहार
फल्मर्थप्रकाश ।
१-१-१५
२-१ ४
१ २-८
२१३
१ १-३३
१-१-२८
१-१-२३
१-२-४
२-१-१२
२१-१४
१-२१६
१-२-१८
२-१-३४
२-१-५
१-१-२६
२-१-१७
२-१-२१
१-१-१६
१-१-१०
१ २-१४
१-१-९
१-१-३१
१५१ ४२
१ १-१४
१-१-८
११३४
११.३५
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