दैनिक गृहोपयोगी विज्ञान | Dainik GrahPaiyogiji Vigyan

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Dainik GrahPaiyogiji Vigyan by श्री कृष्ण मनमोहन 'सरल' - Shri Krishna Manmohan 'Saral'

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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भोजन सम्बन्धी कुछ बातें ् समभना चाहिए कि भोजन मे विष है । उस भोजन के खाने पर जीभ मे कडापन श्रौर जलन भी मालूम होगी । हींग झसली या नकली-- १ हीग श्रसली या नकली जानने की यह विधि है कि हीग को श्राग मे डालने से यदि तुरन्त महके तो म्रसली श्रौर देर मे महके तो नकली । २ कुछ स्याही लिए हुए लाल रग की हीग जीभ पर न्नरचराये और कडवो मालूम हो तो वह ग्रसली होती है नहीं तो नकली । भरे रग की हीग नकली होती है । शहद श्रसली या नकली--शहद श्रसली-नकली जानने की विधि यह है कि एक कटोरे मे पानी लेकर उसमे दो बूँद दाहद टपका दीजिए । यदि दाहद की बूँदे वैसी ही रहे तो वह झ्रसली होगा श्रौर यदि बूंदो में कोई भ्रन्तर पडे तो वह नकली होगा । केसर श्रसली या नकली--केसर पहचानने की विधि यह है कि गल्घक के तेजाब मे केसर की दो पत्ती डालिए । यदि वे उसमे डालने से काली होकर लाल हो जाये तो श्रसली श्रौर यदि नीली हो जायें तो नकली । गर्मियों मे सबखन को ताजा रखने का उपाय--श्रधिक गर्मी के दिनो में मक्खन को ताजा रखने का यह उपाय-है कि मक्खन को एक पत्थर के बतन मे रखकर फिर एक काठ के सन्दूक में बालू भर कर वीच में मक्खन का वर्तेंन रखकर जिसके गदन तक बालु रहे किसी प्याले से ढक दीजिये श्रौर बालू को हर समय खुब गीला रखिये । सन्दूक का _ ढक्कन बन्द कर दीजिये । इस विधि से रखने से मक्खन बहुत दिनो तक सही बिगड सकता । ं दाल या शात से उफान--यदि दाल-भात पकाते समय वार-बार उफान म्राये तो उसमे थोडा-सा घी या तेल छोड दीजिए । उफान वहुत जल्द बन्द हो जाएगा | चावलो में पत॑ न पड़े--चावल पकाने के वर्तेन मे यदि अन्दर चिकनाई चुपड दी जाये तो चावलो मे पते नहीं पडेगी ।




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