स्वामी दयानंद सरस्वती का निजमत | Sawami Dayanand Sarswati Ka Nijamat
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
66 MB
कुल पष्ठ :
552
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)৬ ६ 7
सर्गके अन्तके श्लोकोर्मे कही जाचुकी ( स०0 १६ शलो० ४० )
उसकी पुनसखक्त दोषधे बगान करना आदिकाव्यको दूषित
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कर रहेथे पुत्रेष्टि यज्ञग अश्बच मारकर हचन करना किलाीने भी
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रखनी पड़े उसे गोप्त कहते हैं पाणिनि सुतिने रूवय अट्ाध्याय
मेलिखा दै “তঘল গাই?) (श्रए्ा०२।२।८८) यहं उप शब्दकः
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