सरल नागरिक शास्त्र | Saral Nagrik Shaastra
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
138 MB
कुल पष्ठ :
674
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
दया शंकर दुबे - Daya Shankar Dube
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भगवानदास केला - Bhagwandas Kela
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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चौदहवाँ परिच्छोद : शासन-पद्धति
संघात्मक और एकात्मक शासन-पद्धति--लिखित और अलिखित
सन-पद्ध ति--परिवत नशील সী अपरिवर्तनशीलू शासन-पद्ध ति--
सबरात्मक और अध्यक्षात्मक: शासन-पद्धति--एक-समभात्मक और
दविसमात्मक शासन-पद्धति--मिन्न-मिन्न शासन-पद्धतियों की तुलना | ४
9७० १६२१५७८
पंद्रदर्वां परिच्छेद ; राज्य का काये-क्षेत्र
वध्यक्तिवाद--समाजवाद---समाजवाद के भिन्न-भिन्न रूप--समाज-
वाद के शुण-दोष--उचित मार्ग--राज्य और व्यक्ति के उद्देश्य कौ
समानता--भारतवर्ष और समाजवाद | १० १७९-१९९ `
सोलहवां परिच्छेद : राज्य के कायं |
शान्ति-स्थापक कायं -रक्षा--शान्ति ओर सुन्यवस्था~न्याय--
लोकदितकर कार्य --धिद्ा-स्वस्थ्य - यातायात के साधन् -समाजः
सुधार--ा्थिंक हितसाघन | पुऽ २००-२१३
सतरहवां परिच्छेद ; सरकार के अंग
सरकार के कार्यों के भेद--सरकार के प्रत्येक कार्य का महत्व--
सरकार के अंग--प्रत्येक अंग के आवश्यक शुण--व्यवस्थापक
म॑ंडल--शासक वग --न्यायाघीश वग । पु० २१४-२२७
. अठारहवाँ परिच्छ द ; शक्ति-पाथवय ओर
अधिकार विभाजन
शक्ति - पार्थक्य--अधिकार - विभाजव--अधिकार - विभाजन को. |
पद्धति--स्थानीय संस्थान्नो कौ विशिषता। ४० ररुण-२३९
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