वृद्धेमप्रभाव्याकरणम् पूर्वार्द्धम् | Vrihaddhemprabhavyakaranam Purvadam

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : वृद्धेमप्रभाव्याकरणम् पूर्वार्द्धम् - Vrihaddhemprabhavyakaranam Purvadam

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about विजयानंद सूरि-Vijayanand Suri

Add Infomation AboutVijayanand Suri

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
न िििि ~~~ ~~~ --- ~~ भशन टथ्ी १८५०८9८ 95 र(न ८१न।ट शतन भनिर भिश्च ५ ॥ ५८ (< 26 £ ४४ ८ ५ २४ ४४ ४ 1४ धु ५ (४४) 1 , ४ छिलु £ ४ ४६६ 19४ ४ | ८ = 1४91 (५21४ ५८1४ | हि ५ ० धुय । (0 [४ ॥ ५। ५ । ॥ ® = 1 110०11० ०05 118 ॥ 523 ४1५५४ । ०६ | ४ । ३॥ ०54 ॥ ११५७४ नअ ध्यु । 21४3 120 ४४ २0 2 ¢ ५४ णमुल ॥ 21 ६।६॥ 1४२01 2 ॥ दि कथा कि पल [0] 1008 8०1४0519 1४ध ण {2988 ॥ ह | है । ३ ॥ 1216 ५०७ ॥ 9४ | १४४ ॥ > 4४ 118 १1००ह४५१.।००४४ $यु2 १८४ व दीप कि ॥ ४४ । ४ । द ॥ ४०15 4०114०४ ॥ से केक कद | ०३ ॥ ५ । ४ ॥ ४४४ हु 21 | 103 28 ॥ ०2 । ४ । ४ ॥ २५९१५.६। ९1२ ॥ २४१६।०२२४५३ ॥ 2५ । ६ । ६ ॥ ४ नया 11215 4२15 111११ ॥ 10:35 ४ 25 ॥ 2६ | है | ६ ॥ 160 ६१८ {४००७६ ॥ 1101012४ वयो७४४ 10४ | इक शुभ 2६ 2 15100623 (॥ ०४६ ॥ & । 6 ॥ ५6४1६ , ५101४13४ ४४ 711 1१. ५ डक! , फु धु (धुधुमार $ धान हिल रह ४2०४ (1४1४ 1०५ त | ५५५४६ ध ४ धुधधु*ु४ह 1५४४५। 1 द मन | 5 3143 [| नापमाने १११५1५३ | {०७९०१७५४ 14 । ५०२६] धाथ । २०१२ ४६ । (६ 16 ५५६ । 1219 2 9 | 10222 19211५९४ । ६४ क 1 | दर अनु एकोइनड व फन्डरि हिकाएचनाकरे | 2फरिऊ दतिवुचियु डिक | ५८ ~~ कैब १८4८ ५..- १ 6८येद शकय विट भ८यि-र 4८25 चट 9८




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now