गोल्डन इंग्लैंड का इतिहास | Goldan Itihash ka England

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Goldan Itihash ka England by लाला जगन्नाथ ग्रोवर - Lala Jagannath Groverविश्वनाथ - Vishvanath

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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हैनरी सप्तम লাহাব णा 1485--1509 हैनरी सप्तम--हैनरी सप्तम ट्यूडर बंश के एक प्रतिष्ठित सरदार फेडमड सषृढर्‌ [8৫200475492 জ্ঞা पुत्र था) उसकी माठा लंफास्टर बंश की अन्तिम सम्तान थो । इसी नाते फ्रे कारण हैनरी जंकास्टर वश की भोर से राजपिहासन का अधिकार। हो सकता या । २८ অন্ত কী লাস चह इगेंढ का राजा অলা | यष षटु गम्मीर, 6 । 4 ५ दूरदर्शी, शांति प्रिय, तथा परिभ्रमी शासक या । ६ हैनरी सप्तम 1485 ६० में सिहासनास्व्‌ + र का हुभ्रा । इङ्गरेह की राजग पर प्न्य णा বিছা पर उसझा सब से बढ़ा अधिकार यह था হি ভন মানিক যাব (505०४) के युद में श्ग््रैंड के राया (तात) रिषररं तवीय (००१ 171) को परास्त क्रिया भा । पने इस लपिकार फो टद्‌ षनाने के क्िय दैनसो ने निम्नलिखित ঘার্টী ছা £__ १-उसने पार्लिमैंट घुज्लाइ, सिसने उसे देश का शासक स्वीक्षर कर किया 3 र्--याकं षश के रामकमार अलं माफ सारिकछ (छाम यर एडवड चदुप तया रिडं ततीय शर मीशा या।




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