शांतिपथ पथ प्रदर्शन | Shanti Path Pradarshan
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
21 MB
कुल पष्ठ :
418
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about दयानंद भार्गव - Dayanand Bhargav
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)५ छ १ ডর
संख्या विषय पृष्ठ [ संख्या _- विषय पृष्ठ. -
(४३) अतिचार ३ धर्म मे दशेन-ज्ञान शारितरकी एकता ३५३
१ धामिक जीवन में भी दोषों की ४ शाब्दिक श्रद्धा व अनुभव का कार्य-
सम्भावना ३२८ कारणभन २५३
२ अपराधी होते हृए भी निरपराधी ३२९ | (४८) सम्यक्ख या सच्ची श्रद्धा के लक्षणों
३ अभिप्राय की प्रधानता २६ मे समन्वय
४ अतिचार व श्रनाचार में अन्तर २२० | १ पांच लक्षण ३५५
(४४) परिषद जय व श्रुप्र क्ता २ पाँचों लक्षणों में पृथक पृथक शान्ति का
१ तप व परिषह में अ्रन्तर ३३२ বারন ग ९५६
२ परिषह जय का लक्षण ३३२ | ২ पांचों लक्षणों की अता २५७
३ परिषहों के मेदादि ३३३ | (४६) सम्यक्त्व के अंग व गुण
४ अनुप्रेक्षा का महात्म्य व उनके भाने १ धर्मी के अनेकों स्वाभाविक चिन्ह ३५६
का ক ३३४ | २ निःशंकता 386
५ कल्पनाश्रों का माहात्म्य ३३६ ३ निराकांक्षता ३६१
६ क्रम से बारह भावनायें ३२३७ | ४ निविचिकित्सा ३६२
(४५) चारित्र ५. अमूढ़ हृष्टि ३६४
१ चारित्र का लक्षण व पूर्व केथित प्रकरणों ६ उपगरूहन व उपव हण ३६५
से इसका सम्बन्ध ३४२ | ७ स्थिति करण ३६६
२ चारित्र में अभ्यास की महिमा ३४३ | ए८ वात्सल्य ३६७
३ सामायिक आदि पांचों चारित्रों का ६ प्रभावना ३६७
चित्रण ३४३ | १० प्रशम ३६७
४ अन्तरज्भ व बाह्य चारित्र का समन्वय ३४५ | ११ संवेग ३६
(४६) निजरा व मोक्ष ९९ सस्या =
१ निजैराका परिचय ३४७ | ९२ स्ति নদ
२ सोक्ष का लक्षण ३४७ | ९४ है ने
३ मोक्ष सम्बन्धी कु कल्पनायें द |^ क
१६ कारुण्य च माध्यस्थता ३६८
४ मोक्ष पर अविश्वास ३४८ न |
५ सोक्ष का स्वरूप शान्ति ३४६ | {> पारेशूष्ट
शा समन्वय (২০) भोजन शुद्धि
४ (क) भोजन शुद्धि की सार्थकता--
(४७) शान्ति पथ का एकीकरण ~ भोजन का मन परं प्रभावं ३६६
१ घर्म व श्रद्धा के लक्षणों का समन्वय ३५१ २ तामसिक, राजसिक व सात्विक भोजन ६३०
२ श्रद्धा ज्ञान की सप्तात्मकता का ३ सात्विक नोजन में नो नध्यानक्ष्य
एकीकरण ३५१ विवेक २८१
User Reviews
No Reviews | Add Yours...