प्रसूति विज्ञान | Prasuti Vigyan

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Prasuti Vigyan by डॉ. प्राणजीवन माणेेकचन्द मेहता - Dr. Pranjivan Manek Chand Mehtaडॉ. रमानाथ द्विवेदी - Dr. Ramanath Dvivedi

लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :

डॉ. प्राणजीवन माणेेकचन्द मेहता - Dr. Pranjivan Manek Chand Mehta

No Information available about डॉ. प्राणजीवन माणेेकचन्द मेहता - Dr. Pranjivan Manek Chand Mehta

Add Infomation About. Dr. Pranjivan Manek Chand Mehta

डॉ. रमानाथ द्विवेदी - Dr. Ramanath Dvivedi

No Information available about डॉ. रमानाथ द्विवेदी - Dr. Ramanath Dvivedi

Add Infomation About. Dr. Ramanath Dvivedi

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
परिशेष्टखण्ड शिशु प्रकरण प्रथम अध्याय--सयोजात शिशु की शारीरिक क्रिया तथा परि- चर्या-सद्योजात शिशु का रक्षा विधान-भारमापन या तौल-भारमा- पन-घातन्नीपरिचर्या-घान्रीक्षीर का महात्म्य-नारीक्षीर संगठन तथा विशेषता-स्तनपायन की विधि तथा निपेघ । ६०५-६१८ द्वितीय धध्याय--स्तन्यपाननिपेघ-द्रव-दुग्ध से पोपण- मानवीकृत क्षीर-परिशुष्क अथवा शुप्क्रीकृत क्षीर-शुष्कीकृत লন क्षीर--संस्कृत मानवीकृत परिशुप्क दुग्बनवनीकृत दुग्घनिर्देशक तालिका । ६१६-६२७ तृतीय अध्याय--नवजात शिशु के आघात तथा रोग-मत- प्रसव--नवजात खल्यु -उपशीपं-शिरोर्त प्रन्यि या गुल्म-जन्भवल द्रत रोग-नवजात कामला-रक्तघखावी रोग या रक्तपित्त-युखपाक- । त्वक्गत स्फार-ध्यात्तेपकटेतु । ` ६२८-६३९ साल्यकूम प्रकरण प्रथम अध्याय--क्न्निम गर्भान्‍्त-गर्भपात कराना-विधियां निर्देश । ६४३-६४५९ द्वितीय शध्याय--विवत्तन भकार-निर्दश-विधि-निषवेध । ६४९-६८्५४ : तृतीय अध्याय---शिरोवेघन-निर्देश-विधि-निषेघ । ६ू५४-६५८ : चतुर्थे अध्याय---ओऔवाच्छेदन, .कोष्टांगच्छेदन, ५छच्छेदन विधि निषेध । ५९-६६ १ पञ्चम अध्याय---वाहु-पाद-मूलाधार-छेदन । विधि निषेघ ६६२-६६५ घए़ अध्याय---गर्भाशयच्छेदन-निर्देश-विधि-निषेध । ६६५-६७४ सप्तम अध्याय--संदंश प्रसव-संदंश प्रयोग-विभिन्न प्रकार सूतिकासंदंश>संदंश के अवयव-निर्देश-विधघान-निषेघ-उच्चसंदंश- अयोग-निम्न संदंश प्रयोग-पार्श्वासन तथा उत्तानासन में अयोग विधि तथा आपत्तियों को सावधानी-अआपुर्वेदोक्त विचार । ६ ७४-६ ८५, ननन 21092 £




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now