जैनधर्म प्रकाश | Jain Dharma Prakash

Book Image : जैनधर्म प्रकाश   - Jain Dharma Prakash

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about ब्रह्मचारी शीतल प्रसाद - Brahmachari Shital Prasad

Add Infomation AboutBrahmachari Shital Prasad

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
( ड ) मुसलमानों ने भी मांसाद्ार का निषेध कावेकी पवित्र भूमिके लिये तो अवश्यही किया है। क्योंकि उनकी पवित्र जगह मक्का में जो कोई जाता है उसे मांस नहीं खाना होता है) जैनियो के आचरण का इतना महत्व है कि सरकारी जेल की रिपोर्टौमिं रसत दर्ज सच ज्ञातियों से कम जैन अ्रपराधी हैं | सन्‌ १८६९१ की बम्बई प्रान्त क्री जेल रिपोर शस तरह है - घमं | कुल आबादी नेक कैदी किनने पीछे एक न्द्‌ १४६५७१७६ | &७१४ | १५०६ मं से एक मुसलमान | २५०१९१० | ५७६४ | ४०४ में से एक ईसाई १५२८७६५ | ३३३ | ४७७ में से एक पारसी ७३९४५ २६ | २४४६ में से एक यहूदी &६३६ २१० | ४६ में से एक जैनी २७००४३६ ३६ | ६१७५ में से एक सन्‌ १६२०, १६२२, १६२३ के कैदियों का ब्यौरा नीचे प्रकार & ३०७७ 1 | ^ এডি 7 0 १६२० १६२२ १६२३ हिन्दू ११२५४ हण्ट्‌ ८१३४ मुसलमान ७२२७२ ६६२२ ७२०५ ईसाई 2३६७ २७५ ३२० जनी ५१ ३४ २




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now