वैज्ञानिक खेती न्हाग - २ | Vaigyanik Kheti Bhag - 2

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Vaigyanik Kheti Bhag - 2  by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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# वैज्ञानिक खेती # হই में इसे हिझाते रहना चाहिए। फिर विधरे हुए चूणेको जमाने के लिए ७० धंदे तक व्तगर्मे रख छोड़ना चाहिए। इस सयम बर्चनका पानी बिलकुल स्थिर रहने दियाजाबे-दिलने डुलने न पायें। झब নু चतेन की तली में जम जवेगा। नायल अर वर्तन के साथ जो खमिन पदार्थ था, यद सबसे नोचे रदज़ावेगा | उध्तके ऊपर चावल का मो कनया धान की भूसी ( मगर रदगयी हो तो ) जमा होगी 1 सबके ऊपर साफ़ सफ़ेद पालछो ( 8४४०॥ ) रहज्ञायेगा । पांलो জী उपर गेंदल। पानी रहेगा ছল पानी मे चावल का दृ (91552) द्रव प्मवस्था मे रदनेको कारण इसका रह पीटासा होता है। ज्मेहए पदार्थो फा ऊपरी हिस्सा पानी )साएफ़ेन (919) नछ से निकाल देने से चावल का ध्वेतसार और उसजे नीचे चावल का कण झथवा भूतौ रहजायेगो । इन मिलेहुए पदार्था ले झावश्यक चीजों के निकाल डारनेपर साफ़ पाटो भिल जायेगा । पदढी दफ़ा बतेन का पीछा पादी साइफ़ोन नल से निकाल देनेपर फिर उसमे दूना पानी डालकर तरी की तमाम चोन्ञोकोषिखा देना होगा। फिर एक घंरेतक पानी को स्थिर रहने देना चाहिप। एसे वाद्‌ परेन पो ऊपर दृध द पेसे सफ़ेद पानो को रेशमी कापड़े से बनी टं चलनी से छानना होगा। फिर জী चीज़ बर्तनमें रहजाये, उसे पानी मिलाकर घार यार छानते ज्ञाना चाहिए | इसप्रकार यार यार दानै से मायः सभौ पाट) नोचे गिर जादेगा ओर पालो दे म. शचा खरो यस्तु चटनी मे रह जायेगो चटनी के भीतर से पानो मि शुमा जो पालो पार में गिरणया है, यद ७० घंडे के भीतर षी पानी से भ्रटग दोकर यतेन कौ तटीमे जम जाता है 1इस बर्तन का पानी स्थिर दोनेपर धीरे २ इसे फेक देनेपर यतेन ये तल में साफ़ गोला पाछो मिलेणा । झायश्यक्तानुसार एक या झनेक यार इस फो मे पानो मिकका हिने से शोर पानो स्थिर नेष फ़ेकदेने




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