सुख का मार्ग समता | Sukh Ka Marg Samata
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
236
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सुख पा मार्ग--समता &
पते खत वो यापः करना है, उसके अन्दर ककर पत्थर रह जायेंगे
तो खेती ठो1 से नहीं हो पायेगी। इसलिए वीज वोन से पहले
किसान खेत को साफ करता है, ककर पत्थरों को वाहर निकालता
रै जीर दन जा समभाव से समतल करता है। आपने कभी किसानों
फो देखा होगा कि किस प्रकार खेतों को साफ करके वीज बोते है,
और नीज बाने के साथ ही वे निश्चित नहीं हो जाते हैं। लेकिन
उसमे यदि बचरा उत्तन्न हो जाए तो उसको भी निकालने का
प्रयास करते ४ और तभो जा करने थे समय के वाद फसल ही
प्राप्ति 3 रते # । बेसे दी जीवन को खेती का प्रसंग है । अपने जीवन
को खेती थो पकाने के लिए इस चातुर्मास के प्रारम्भ में प्रत्येक
मनुष्य जपने गन सस्तिप्क में जो घिपमताओ के ककरमत्थर पड़े
एए उनको वाहर निकालें, उनको फेंक दें और ककरो को फेंकने
के याद फिर आगे समता सिद्धान्त दर्शन के आधार पर वीतराग
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